आदत डालो
सुनने की आदत डालो क्योंकि
ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं।
मुस्कराने की आदत डालो क्योंकि
रुलाने वालों की कमी नहीं हैं।
ऊपर उठने की आदत डालो
क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।
प्रोत्साहित करने की आदत डालो क्योंकि
हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है।
सच्चा व्यक्ति ना तो नास्तिक होता है ना ही आस्तिक होता है ।
सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है।
छोटी छोटी बातें दिल में रखने से
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं।
कभी पीठ पीछे आपकी बात चले तो घबराना मत,
बात तो उन्हीं की होती है जिनमें कोई ” बात ” होती है।
निंदा उसी की होती है जो जिंदा हैँ
मरने के बाद तो सिर्फ “तारीफ” होती है।
Be Positive !
One thought on “आदत डालो”
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